कार्यक्रम, सभा और उत्सव में जाने वालों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग टिप्स, कोरोना संक्रमण से बचेंगे

कार्यक्रम, सभा और उत्सव में जाने वालों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग टिप्स, कोरोना संक्रमण से बचेंगे

रोहित पाल

कोरोना का दौर चल रहा है। लोग संक्रमित न हों इसलिए सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। खासतौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ज्यादा जोर दिया जा रहा है। और यह एक खास सावधानी है जो आपको कोरोना के संपर्क में आने से बचा सकती है। इसलिए किसी पर्सनल गेदरिंग यानी सभा, कार्यक्रम में न परिवार व दोस्तों के साथ न जाएं। हालांकि लंबे समय तक बाहर न निकलना मानसिक सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो बिल्कुल अकेले रहते हैं। साथ ही इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि उत्सव, पारिवारिक समारोह और सभाएं भी होती रहती हैं। अब ऐसे में अगर लोग पर्सनल गेदरिंग यानी सभा, कार्यक्रम में जाना चाहते हैं, तो वो फिजिकल डिस्टैन्सिंग को समझ कर और इन टिप्स की मदद से अपनी रक्षा कर सकते हैं।

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आइए जानते इन्ही टिप्स के बारे में (Social Distancing Tips at Gatherings in Hindi):

1- सबसे पहला, खतरे को समझें

किसी सभा में शमिल होने  पर कोरोना संक्रमित होने का खतरा सभा के आकर और स्थान के साथ बदलता है।

सीडीसी की रिपोर्ट के अनुसार वर्चुअल गेदरिंग सबसे सुरक्षित विकल्प है,  जिसमें संक्रमण का कोई जोखिम नहीं है। जब बहुत थोड़े से लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं तो खतरा न के ही बराबर होता है या मध्यम हो सकता है। लेकिन जब काफी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं तो खतरा बहुत ही ज्यादा होता है, लेकिन अगर सभा में शामिल होने वाले लोग 6 फीट की दूरी बनाकर रखें तो कोरोना संक्रमित होने का जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

लेकिन यह भी सच है कि जहां ज्यादा लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं वहां 6 फीट की दूरी रखना भी संभव नहीं है। हां इससे भी फर्क नहीं पड़ता है कि सभा या कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोग परिवार के हैं या बाहर के हैं। इन सब में जो मायने रखता है वो है सभा का आकार, फिजिकल डिस्टेंस और लोकल इन्फेक्शन रेट आदि। इसलिए इन सब चीजों पर गौर करें और खुद को सुरक्षित रखें।

2- सामाजिक दूरी बनाए रखें

किसी भी सभा में वायरस के फैलने के जोखिम को कम करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण तरीका है कि शामिल होने वाले लोग हर किसी 6 फीट की दूरी बनाए रखें। परिवार के समरोह में शामिल होने से पहले फिजिकल डिस्टेंसिंग के बारे में सचेत करने से खतरे को कम करने में मदद मिलती थी।

इसके अलावा सभा में शामिल होने से पहले खुद से ये सवाल करें-

-जैसे कि- मुझे कोरोना संक्रमित होने का खतरा अधिक है तो क्या मुझे शामिल नहीं होना चाहिए।

-मैं सभी को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहा हूं, इसलिए मुझे अकेले रहना चाहिए।

3- चेहरे को मास्क से ढ़ककर जरूर रखें-

फेस मास्क पहनकर कोरोना के फैलने से रोका जा सकता है या कोरोना के प्रसार को काफी धीमा कर सकता है, खासतौर पर जब शामिल होने वाले सारे लोग मास्क पहनते हैं।

अगर आप किसी सभा या कार्यक्रम को करने का विचार कर रहे हैं तो लोगों को मास्क पहनकर आने की शर्त रखें या आने वाले लोगों को प्रवेश द्वार पर मास्क उपलब्ध करवाएं। मास्क या कोई दुसरे चेहरा ढ़कने वाले कपड़ा ऐसे होना चाहिए जिससे चेहरा हुए नाक अच्छी तरह से ढ़क जाएं।

काम से कम 172 पर अध्ययन करके भी यह पाया गया कि सभी तरह के मास्क कोरोना संक्रमण के फैलने के जोखिम को कर सकते हैं ,हालांकि N95 और सर्जिकल मास्क ज्यादा करगर होते हैं।

याद रखें कि पूरे समारोह या कार्यक्रम के दौरान अपने चेहरे को ढ़ककर रखें।

4- सभा को छोटा रखें यानी कम लोग रखें-

लोगों के साथ कम बिताना, खासतौर पर छोटी जगह पर वायरस के खतरे को कम कर सकता है। संक्रमण होने की दर उन लोगों में ज्यादा होती है जो 15 मिनट या  उससे अधिक समय तक निकट संपर्क में रहते हैं।

साथ ही जो लोग एक पारिवारिक कार्यक्रम में प्रियजनों को देखना चाहते हैं, तो उनको बस कुछ मिनटों के लिए जाने पर विचार करना चाहिए।

5- इस बात पर जरूर विचार करें कि समारोह या कार्यक्रम में आने वाले लोग संक्रमण के खतरे को कितनी गंभीरता से लेते हैं।

एक सभा और समरोह के खतरनाक होने और न होने का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि सभा में शामिल होने वाले लोग संक्रमण के खतरे को कितनी गंभीरता से लेते हैं। अमूमन जो लोग खतरे को समझते हैं वो चेहरे को ढ़ककर रखते हैं और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं। और जो लोग सोचते हैं कि वायरस एक धोखा है या खतरनाक नहीं है वे अपनी दूरी को बनाए नहीं रख सकते हैं।

वैसे सभा में शामिल होने वाले लोग क्या सोच और समझ रहे हैं, ये हमेशा जानना संभव नहीं है। हालांकि कार्यक्रम का आयोजन करने वाला व्यक्ति बता सकता है कि लोग सुरक्षा दिशा-निर्देशों का कितनी सावधानी से पालन करेंगे।

6- सभा का आकर छोटा ही रखें-

सभा का आकार छोटा होने से फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन आसान हो जाता है और वायरस के फैलने की समभावना कम हो जाती है। जो सुरक्षित रहना चाहते हैं वह सभा के आकार को छोटा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए एक शादी के रिसेप्शन को इस तरह से कर सकते हैं जिसमें सिर्फ 15 लोग ही मौजूद हों।

7- समारोह या कार्यक्रम करने के लिए लोकेशन यानी स्थान पर विचार कर सकते हैं

समारोह या कार्यक्रम के स्थान से भी संक्रमण के जोखिम को क किया जा सकता है। कोरोना संक्रमण के बिना या कम प्रसार क्षेत्रों में लोगों को इकट्ठा करना उन क्षेत्रों से अधिक सुरक्षित है जहां वायरस तेजी से और आक्रामक रूप से फैल रहा है। इस प्रकार स्थान के बारे विचार करके संभावित खतरे को कम करने में मदद मिलती है।

सभा, समरोह और कार्यक्रम में शामिल होना काफी लग सकता है, लेकिन ये सभा, समरोह और कार्यक्रम कोरोना वायरस को तेजी से फ़ैलाने का कारण बनती हैं, जिससे लोगों को दूर रहना चाहिए।

इसलिए जो लोग सभा, समरोह और कार्यक्रम मे शामिल होने की सोच रहे हैं, उन्हें कीमत, होने वाले नुकसानों और लोकल इंफेक्शन रेट यानी वायरस कितनी तेजी से फ़ैल रहा है, इन सब पर भी विचार कर लेना चाहिए। इसके अलावा अपने विश्वसनीय डॉक्टर से भी इस बारे में बात करें।

 

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